EntertainmentFeature

गब्बर से लेकर मोगैम्बो तक ये 5 विलेन जो फिल्म के हीरोज पर पड़े भारी

बॉलीवुड में ट्रेंड रहा है कि अक्सर हीरो केंद्रित फिल्में बनती हैं। फिल्म में हीरो ही सब कुछ होता है। वह कुछ भी कर सकता है, किसी को भी मार सकता है, कहीं भी जा सकता है। इसीलिए फिल्म की सफलता का सबसे ज्यादा श्रेय भी फिल्म के हीरो को ही दिया जाता है और फिल्म असफल होती है तो उसकी गाज भी हीरो पर ही सबसे ज्यादा गिरती है।

Advertisement

लेकिन कुछ फिल्में ऐसी भी हैं जिसमें विलेन, फिल्म के हीरो से भी आगे निकल गए। और दर्शकों ने ऐसी फिल्मों को सिर-आंखों पर भी बिठाया है। आज इस लेख में हम बात करेंगे ऐसे ही 5 विलेन की जिन्होंने हीरो को भी पछाड़ दिया।

1.) शोले:

‘कितने आदमी थे ?’, हम सबने कभी ना कभी यह डायलॉग ना सिर्फ सुना होगा, बल्कि कहा भी होगा। शोले एक स्टार्स से भरी फिल्म थी। उसमें सभी के हिस्से भरपूर डायलॉग्स भी आए थे।

Advertisement

लेकिन जिस किरदार के डायलॉग सबसे ज्यादा लोगों की ज़बान पर चढ़े तो वो था फिल्म का विलेन गब्बर सिंह। गब्बर सिंह के किरदार में अमजद खान ने जो समां बांधा कि उनका किरदार दो बड़े सुपरस्टार्स अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र से भी आगे निकल गया।

2.) मिस्टर इंडिया:

मिस्टर इंडिया फिल्म में मुख्य भूमिका अनिल कपूर ने निभाई थी। उनका किरदार एक घड़ी पहन कर अदृश्य हो जाया करता था। लेकिन फिल्म देखने के बाद दर्शकों को अगर कुछ याद रहा तो मोगैंबो के किरदार में अमरीश पुरी द्वारा कहा गया संवाद – मोगैंबो खुश हुआ।

अमरीश पुरी बॉलीवुड के सबसे बड़े विलेन रहे हैं, इसमें कोई शक नहीं। लेकिन मिस्टर इंडिया में उनका किरदार हीरो से भी आगे निकल गया। हॉलीवुड के सबसे बड़े डायरेक्टर्स में से एक स्टीवन स्पीलबर्ग ने कहा था कि अमरीश पुरी से बड़ा विलेन दुनिया ने ना कभी पैदा किया है, ना आगे करेगी।

Advertisement

3.) पद्मावत:

रणवीर सिंह की एक्टिंग के सब कायल हैं। एक एक्टर के तौर पर उनका सबसे बड़ा लम्हा रहा जब उन्हें पद्मावत मिली। पद्मावत में अलाउद्दीन खिलजी के किरदार में रणवीर ऐसा घुले-मिले, और अपनी अदाकारी से खिलजी के किरदार को इतना भयावह बनाया कि रणवीर फिल्म के बाकी दो मुख्य किरदारों को निभाने वाले दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर, दोनों पर भारी पड़े। फिल्म देखने के बाद सभी को बस अलाउद्दीन खिलजी के रूप में रणवीर ही याद रह गए।

4.) डर:

डर में मुख्य किरदार में सनी देओल थे और शाहरुख खान विलेन की भूमिका में थे। लेकिन सभी ने शाहरुख को ही पसंद किया। आज के समय में यह फिल्म शाहरुख की फिल्म के तौर पर ही याद रखी जाती है। जब यह फिल्म बनी थी तब शाहरुख नए नए आए थे और सनी देओल बड़े स्टार थे।

सनी देओल को कहानी सुनाते वक्त विकल्प दिया गया था कि वे कोई भी किरदार अपनी मर्जी का चुन सकते हैं। उन्होंने हीरो का किरदार चुना लेकिन शाहरुख ने अपनी अदाकारी से सारी लाइमलाइट चुरा ली। इससे सनी देओल काफी नाराज़ हुए थे।

Advertisement

5.) गुप्त:

इस फिल्म में बॉबी देओल मुख्य भूमिका में थे। विलेन की भूमिका में काजोल थीं। लेकिन काजोल को दर्शकों ने ज्यादा पसंद किया। सबने ही कहा कि विलेन काजोल हीरो बॉबी देओल पर बीस पड़ती नजर आई हैं।

Advertisement

Related Articles

Back to top button