Entertainment

शार्क टैंक की विनीता सिंह ने किए कई खुलासे

हाल ही में बातचीत के दौरान, शार्क टैंक इंडिया में दिखाई देने वाली शुगर कॉस्मेटिक्स की संस्थापक और सीईओ विनीता सिंह से बात हुई। बातचीत के दौरान उन्होंने ने बताया की कैसे उन्हें एक औरत होने की वजह से मुश्किलों में हैं। उन्हें अपने बिसनेस के लिए निवेशक ढूढ़ने में समस्याओ का सामना करना पड़ा।

Advertisement

शार्क टैंक इंडिया-फेम विनीता सिंह ने एक इंटरव्यू के दौरान ये कहा है। उन्होंने व्यापार की दुनिया में लिंगभेद के साथ अपनी लड़ाई पर खुलकर बात की है। विनीता वर्तमान में शार्क टैंक इंडिया पर सात ‘शार्क’ में से एक के रूप में दिखाई दे रही है। जो सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाला नया रियलिटी टीवी शो है।

विनीता शुगर कॉस्मेटिक्स की सह-संस्थापक (को फाउंडर) और सीईओ (सीईओ) हैं । वो हाल ही में शार्क टैंक के भारतीय संस्करण (वर्जन) पर अपनी उपस्थिति के माध्यम से काफी मशहूर हो गई हैं। यह एक ऐसा शो है जिस पर नए उद्यमी अपने व्यावसाय से जुड़े विचारो को स्व-निर्मित उद्यमियों या ‘शार्क’ के एक समूह के सामने प्रस्तुत करते हैं। और फिर ये स्व-निर्मित उद्यमि या ‘शार्कस ‘ ये फैसला लेते की उन्हें इन बिसनेस में निवेश (इन्वेस्ट) करना है या नहीं। अगर उन्हें उस व्यक्ति के बिसनेस आईडिया में क्षमता दिखता है। तो वो लोग उसके बिसनेस में निवेश करते है।

Advertisement

शुक्रवार को फेसबुक पेज ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे द्वारा साझा किए गए एक पोस्ट में, विनीता ने महिला उद्यमी के रूप में अपने अब तक के सफर को साझा किया। जिसमे उन्होंने ने ये भी बताया की कैसे उन्हें लिंगवाद का सामना करना पड़ा। जब वो अपने बिसनेस आईडिया के लिए इन्वेस्टर्स को ढूंढ रही थी।

पुरुषों की दुनिया मे जीना नहीं आसान

विनीता ने यह भी बताया कि, उन्होंने अपना खुद का पैसा निवेश किया, यहां तक कि उन्हें अपने बिसनेस के लिए लोगो से फंड्स भी मिल गया। लेकिन, ‘पुरुषो की दुनिया‘ में एक महिला होने के की वजह से उन्हें कई चुनौतियो का सामना भी करना पड़ा। एक बार, एक निवेशक ने उनके साथ मीटिंग करने से इनकार कर दिया क्यूंकि वह एक ‘आदमी’ के साथ व्यापार की बात करना चाहता था। लेकिन उन्होंने अपने काम की मदद से खुद को साबित किया। एक पोस्ट के माध्यम से उनके द्वारा ये जानकारी साझा की गई।

बातचीत के दौरान, विनीता यह भी बताती हैं कि, कैसे उन्हें दौड़ना बहुत पसंद था। और, इसी की मदद से जब वो अपने बिसनेस में असफलताओं का सामना कर रही थी। तब उन्हें हिम्मत मिलती थी। वो बताती हैं कि उन्होंने दौड़ना जारी रखा। यहां तक की उन्होंने आयरनमैन ट्राइएथलोन पूरा किया था। उस जीत ने उन्हें काफी हिम्मत दी, खासकर जब उनके बिसनेस का बुरा दौर चल रहा था।

Advertisement

विनीता ने बताया, आज भी लोग उन पर उठाते हैं सवाल

पोस्ट के अंत में, विनीता ने बताया कि उनकी इतनी उपलब्धियों के बावजूद, लोग आज भी उनके निर्णय पर सवाल उठाते हैं। उन्होंने कहा “मुझे इस बिज़नेस को करते हुए 5 साल हो गए हैं। अब हम 1500 लोगो की टीम है, जिसमे से 75% से अधिक महिलाएं हैं। और मैं वह सब कुछ अभी भी कर रही हूं जो मुझे पसंद है। मैं अपनी कंपनी चलाती हूं, जब मैं 6 महीने की गर्भवती थी। तब मैंने मैराथन दौड़ी,और आज में अपने बच्चो को संभालते हुए सफल भी हूँ। ,फिर भी, लोग मेरे निर्णय पर सवाल उठाते हैं।

मुझसे अक्सर पूछा जाता है, आप 2 बच्चों को परवरिश करते हुए कैसे अपने कंपनी को संभालती है ? मुझे समझ में नहीं आता लोग इस बात पर क्यों विश्वास नहीं कर पाते कि, एक महिला 1 से अधिक भूमिका कैसे निभा सकती है? मैं एक हाथ में अपनी फाइले और दूसरे हाथ में अपने बच्चे के साथ में लेकर कंपनी में काम करती हूं । में मानती हूँ की इसमें काफी समस्याएं आती है पर इसे करने का आपने ही एक मजा है।

विनीता के अलावा शार्क टैंक इंडिया में छह अन्य शार्क भी शामिल हैं- अशनीर ग्रोवर (को फाउंडर एंड मैनेजमेंट डायरेक्टर ऑफ भारत पे), नमिता थापर एग्जेक्युटिव डायरेक्टर ऑफ एंकर फार्मासिटिकल्स), अमन गुप्ता ( को फाउंडर एंड चीफ मार्केटिंग ऑफिसर एट बोट ), अनुपम मित्तल (फाउंडर एंड सीईओ ऑफ शादी डॉट कॉम), पीयूष बंसल ( सीईओ एंड को फाउंडर ऑफ लेंसकार्ट), और गजल अलघ (को फाउंडर ऑफ मामाअर्थ)।

Advertisement
Advertisement
Back to top button