विजय देवरकोंडा से लेकर रजनीकांत तक, साउथ फिल्म इंडस्ट्री के इन 5 सुपर स्टार्स ने अपनी मेहनत के दम पर सफलता हासिल की

परिश्रम ही सफलता की कुंजी है। जी हां, मानव जीवन में परिश्रम करना बहुत ही जरूरी है। मेहनत करके ही छोटे से छोटा मनुष्य भी बड़ा बन सकता है। यानि कड़ी मेहनत के बिना कोई भी अपने जीवन में सफलता हासिल नहीं कर सकता है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही साउथ के अभिनेताओं के बारे में बताएंगे, जिन्होंने कड़ी मेहनत करके आज सफलता हासिल की है।
1- रजनीकांत
साउथ इंडस्ट्री के सुपरस्टार रजनीकांत जाने माने उन अभिनेताओं में से एक है। जिन्होंने अपने दम पर सफलता हासिल किया की है। बिना किसी गॉडफादर की मौजूदगी के ये दर्शकों के दिलों में अपने लिए जगह बनाने में कामयाब रहे है। हम जब इनकी विनम्र पृष्ठभूमि के बारे में बात करते है तो शक्तिशाली रजनीकांत का उल्लेख ही नहीं किया जा सकता है। फिल्म इंडस्ट्री में थलाइवा ने एक लंबा सफर तय किया है। और निश्चित ही वह अभी भी राज्य पर शासन कर रहा है।
आप सभी लोग जानते है कि फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले रजनी कांत एक बस कंडक्टर थे। और उन्होंने अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कई अजीबोगरीब काम किए, लेकिन एक्टिंग के प्रति उनका जुनून उन्हें सिनेमा में ले आया। इनको दक्षिण भारत में खासकर तमिलनाडू में भगवान की तरह पूजा जाता है। उन्होंने एक अभिनेता के रूप में अपने करियर की शुरूआत 1975 में राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड विजेता फिल्म ‘अपूर्व रागंगल’ से की थी। इस फिल्म के निर्देशक के.बालाचन्दर है, जिन्हें रजनीकांत अपना गुरू मानते है।
2- विजय देवरकोंडा
विनम्र पृष्ठभूमि से उभर कर आने वाले एक ओर नवीनतम सुपर स्टार अर्जुन रेड्डी स्टार विजय देवरकोंडा है। हालांकि उनके पिता देवरकोंडा गोवर्धन राव ने कुछ टीवी शो का निर्देशन किया था, लेकिन उनके हाथ कुछ खास सफलता नहीं लगने के चलते उन्होंने यह छोड़ दिया। सब कुछ ही विजय को खरोंच से शुरू करना था। उन्होंने साइड अभिनेता के तौर पर काम किया लेकिन हार बिल्कुल भी नहीं मानी और अपनी मेहनत के दम पर सफलता हासिल की। आपको बता दे कि विजय देवरकोंडा ने 2011 में रवि बाबू की रोमांटिक कॉमेडी ‘नुव्विला’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी, जिसमें उन्होंने एक प्रसिद्ध क्रिकेटर की भूमिका निभाई थी।
3-विजय सेतुपति
विजय सेतुपति (Vijay Sethupathi), अब साउथ फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़े नामों में शुमार है। लेकिन क्या आप जानते है कि उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में सिर्फ इसलिए एंट्री की थी, क्योंकि उन्हें पैसों की आवश्यकता थी? कथित तौर पर उन पर दस लाख रूपए का कर्ज था। जिसे उनको चुकाना था और इसीलिए वह एक अभिनेता बन गए। विजय ने अपने एक्टिंग करियर की शुरूआत छोटी भूमिकाओं में की थी। ज्यादातर ये मुख्य किरदार के दोस्त के रूप में दिखते थे।
जबकि अभिनेता को फिल्मों में कोई बड़ी भूमिका नहीं मिली। उन्हें 2009 में बड़ी सफलता मिली जब उन्होंने स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म वेन्निला कबड्डी कुझु में निर्देशक सुसेथिरिराम के साथ काम किया। फिल्मों में विजय सेतुपति के प्रदर्शन से प्रभावित होकर,सैंथेनथिरन ने विजय सेतुपति को निर्देशक सीनू रामासामी के साथ फिल्म तबेरुकु परुवाकरतु के लिए सिफारिश की और उन्हें पहली मुख्य भूमिका मिली। यह फिल्म दिसंबर 2010 में रिलीज़ हुई और इसने सर्वश्रेष्ठ तमिल फीचर फिल्म सहित तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते।
4- यश
फैंसी जीवन जीने वाले केजीएफ स्टार यश (Yash) भी एक विनम्र पृष्ठभूमि से आते है। उनके पिता कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम के ड्राइवर थे। 16 साल की कम उम्र में यश बैंगलोर चले गए और तब उनके पास सिर्फ 300 रूपए ही थे। उनका नाम नवीन कुमार गौड़ा है। 2000 के दशक में यश ने कई टेलीविजन श्रृंखलाओं में अपने करियर की शुरूआत की थी। उन्होंने 2008 में मोगीना मनस के साथ अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की।जिसमें उन्होंने अपनी भावी पत्नी राधिका पंडित के साथ मुख्य भूमिका निभाई,और इस फिल्म के लिए उनको सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार मिला।
5- सामंथा रुथ प्रभु
प्रसिद्ध अभिनेत्री सामंथा रूथ प्रभु ने खुद अपनी स्ट्रगल स्टोरी का खुलासा करते हुए एक साक्षात्कार में कहा, कि उसने दिन में केवल एक बार भोजन किया था क्योंकि उसे पेट भरने के लिए संघर्ष करना पड़ा था। उसके माता-पिता के पास उसकी आगे की पढ़ाई के लिए पैसे नहीं थे और फिर उसने अभिनेत्री बनने का सपना देखा। इन्होंने किशोरावस्था के दौरान ही मॉडलिंग में कैरियर शुरु किया था।
2007 में रवि वर्मन की मॉस्कोइन कवेरी के लिए साइन अप करने के बावजूद उनकी पहली रिलीज गौतम मेनन द्वारा निर्देशित 2010 की तेलुगू रोमांस फिल्म ये माया चेसाव थी। जिसकी समीक्षकों द्वारा प्रशंसा की गई और इसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार दक्षिण मिला । 2013 में सामन्था एक ही वर्ष में दोनों, सर्वश्रेष्ठ तेलुगू अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ तमिल अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार को जीतने वाली दूसरी अभिनेत्री बनी।