किस्साः जब गजराज राव ने एक किरदार को निभाने के लिए 6 महीने तक नहीं खाया था मटन

बॉलीवुड फिल्मों के लिए मशहूर अभिनेता गजराज राव एक भारतीय फिल्म अभिनेता है। जिन्हें मुख्य रूप से फिल्म बधाई हो के लिए पहचाना जाता है जो साल 2018 में रिलीज हुई थी। इसमें उनकी परफॉर्मेंस अवॉर्ड विनिंग थी। इसके अलावा उन्होंने बैंडिट क्वीन, तलवार और ब्लैकमेल जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया है। बधाई हो, माझा मा, शुभ मंगल ज्यादा सावधान और मेड इन चाइना जैसी फिल्मों के जरिए गजराज राव ने लोगों के दिलों में अपनी एक खास जगह बनाई है।
वह कितने बेहतरीन एक्टर है दर्शकों ने यह बात बाद में नोटिस की थी। लेकिन वे मॉर्डन जमाने की फिल्मों से पहले हिंदी सिनेमा में काम कर रहे थे। इससे पहले वे थिएटर में भी काम कर चुके है। उनकी कुछ पुरानी यादगार फिल्में बैंडिट क्वीन, दिल से है। लेकिन आजकल वह एक पिता या दादा जी की भूमिका में नजर आते है। लेकिन एक फिल्म में वह खूंखार आतंकवादी की भूमिका भी निभा चुके है। यह भूमिका उनको कैसे मिली और उन्होंने इसके लिए कई महीनों तक मटन क्यों नहीं खाया उससे जुड़ा हुए एक बेहद ही दिलचस्प किस्सा है
तो आइए आपको बॉलीवुड अभिनेता गजराज राव के उसी किस्से को बताते है, जिसके लिए उन्होंने कई महीनों तक मटन नहीं खाया।
आंतकवादी की भूमिका भी निभा चुके हैं गजराज राव
साल 2008 में रिलीज हुई आमिर (Aamir) एक एक्शन थ्रिलर फिल्म है। जिसमें राजीव खंडेलवाल (Rajeev Khandelwal) ने मुख्य भूमिका निभाई थी। डायरेक्टर राजकुमार गुप्ता ने भी इसी फिल्म से पहली बार इंडस्ट्री में डेब्यू किया था। यह एक मशहूर फिल्म थी। इसी फिल्म में गजराज राव भी थे। इस फिल्म में वह एक-आधी बार ही नजर आए थे। लेकिन पूरी फिल्म में उनकी दमदार आवाज़ सुनाई देती रही। यह वह आतंकवादी था, जो आमिर को बॉम्ब कैसे लगाने है बताता था।
एक सीन को ऐसे बनाया दमदार
फिल्म आमिर में उससे फोन पर ही बाते करता हुआ दिखाई देता है। अब इस भूमिका में एक सीन थी, जिसमें आतंकवादी (गजराज राव) को मटन और चावल खाते हुए आमिर को कुछ बताना था। इस भूमिका के लिए डायरेक्टर ने उनसे कहा था, कि उनको बस खाने की एक्टिंग करनी है। लेकिन गजराज राव ने उनसे यह कहते हुए मना कर दिया, कि यह उनका स्टाइल नहीं है। वैसे भी यह एक क्लोज़अप दृश्य था, तो इसमें खाने में एक्टिंग सहीं नहीं लगती ।
गजराज राव ने नहीं खाया 6 महीने तक मटन
सभी ने उनकी बात को मानते हुए सीन वैसे ही शूट किया। लेकिन एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया, कि इस सीन को करने के बाद करीब 6 महीने तक उन्होंने मटन नहीं खाया। यह फिल्म उनको कैसे मिली थी। इसके बारे में उन्होंने कहा, दरअसल वह जब फिल्म ब्लैक फ्राइडे की शूटिंग कर रहे थे। तब राजकुमार गुप्ता से उनकी मुलाकात हुई थी। वह इस फिल्म के असिस्टेंट डायरेक्टर थे। उसी वक्त उन्होंने गजराज की एक्टिंग देखकर अपनी पहली फिल्म में एक रोल देने का उनसे वादा किया था। और इसी तरह उनको वह आतंकवादी की भूमिका मिली।