Resolution को मारो गोली और देखो, 2023 में आपको प्रेरित करने वाली 5 फिल्में

नए साल पर रीसोल्यूशन लेने वालों की कोई कमी नहीं है, लेकिन जरा सोचिए कहीं ये रीसोल्यूशन आपने किसी को देखकर या फिर किसी के दवाब में आकर तो नहीं ले लिए है। क्योंकि अक्सर इंसान भारी भरकम रीसोल्यूशन नए साल पर ही लेता है और उसको पूरा करने के लिए एक टेंशन अलग से पाल लेता है। तो ऐसे में स्कूपहूप हिंद नए साल पर #ResolutionFree2023 कैंपेन चला रहा है, कि भईया नए साल की शुरुआत बिना रीसोल्यूशन की टेंशन पाले चिल होकर करें। #ResolutionFree2023 कैंपेन के तहत हम आपको उन फिल्मों के नाम बता रहे हैं, जो आपके जीवन को आसान बनाने का काम करेंगी।
तो आइए आपको उन फिल्मों के बारे में बताते है जो जिंदगी को ना केवल आसान बनाने की सीख देगी बल्कि आपको खुद को पहचानने के लिए इंस्पायर भी करेंगी।
1- थ्री इडियट
(लाइफ़ एक रेस है, अगर तेज नहीं भागोगे, तो लोग तुम्हें कुचलकर आगे निकल जाएंगे)
यह फिल्म युवा पीढ़ी को जरूर देखनी चाहिए। स्पेशली स्कूल और कॉलेज के बच्चों को, जिससे वह केवल किताबी दुनिया में ही ना पढ़े,बल्कि किताब से निकल कर बाहरी दुनिया को भी जान सकें। वहीं यह फिल्म बच्चों के साथ-साथ माता और पिता को भी देखनी चाहिए, जो बच्चों के पैशन को कुचल कर अपने सपने उन पर थोंप देते है और हाई नंबर लाने की टेंशन उन्हें देते रहते है। यह फिल्म एक बड़ा ही अच्छा संदेश देती है, कि सफलता के पीछे मत भागों, पहले काबिलयत हासिल करों, सफलता तुम्हारे पीछे खुद आएगी।
2- दिल चाहता है
(परफ़ेक्शन को इंप्रूव करना बेहद मुश्किल होता है)
फरहान अख़्तर के द्वारा डायरेक्ट की गई यह फ़िल्म युवा पीढ़ी को ज़रूर देखनी चाहिए। ये तीन कॉलेज ग्रेजुएट दोस्तों की कहानी है, जिसमें कॉमेडी, रोमांस और इमोशन्स तो है ही, लेकिन इसके अलावा यह फिल्म करियर, पैशन व सही पार्टनर चुनने की कई बातें बताती है। यह फिल्म एक बहुत अच्छी सीख देती है कि भले ही जीवन में परिवर्तन चलता रहे, लेकिन थोड़ी सी कोशिशों से दोस्ती को बरक़रार रखा जा सकता है।
3- ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा
(इंसान का कर्तव्य है कोशिश करना…कामयाबी नाकामयाबी सब उसके हाथ में है)
ज़ोया अख्तर (Zoya Akhtar) के निर्देशन में बनी यह फिल्म भी आपको जरूर देखनी चाहिए। इस फिल्म में जिंदगी से जुड़ी कई बातें सीखी जा सकती हैं। जैसे पहली बात ये कि ज़िंदगी में थोड़ा सा ब्रेक लेना भी ज़रूरी होता है, और दूसरी बात ये कि जिन चीज़ों को आप प्यार करते हैं उसके लिए वक्त जरूर निकालें। तीसरी बात कि ज़िंदगी में हर तरह की चीज़ों से आमना-सामना होने के लिए तैयार रहें और चौथी कि अपने डर का सामना करें।
4- उड़ान
(जो लहरों से आगे नजर देख पाती, तो तुम जान लेते मैं क्या सोचता हूं, वो आवाज तुमको भी जो भेद जाती, तो तुम जान लेते मैं क्या सोचता हूं)
विक्रमादित्य मोटवाने (Vikramaditya Motwane) की फिल्म ‘उड़ान’ साल 2010 में रिलीज हुई उन कुछ फिल्मों में से एक है, जो घर और दुनिया में एक किशोर के मानसिक और शारीरिक संघर्षों से दिखाने का काम करती है। युवाओं और माता-पिता को यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए। इस फिल्म से बड़ी ही अच्छी सीख मिलती है कि यदि तुम्हारे अंदर कोई सपना है तो उसे अंदर मत रहने दो, उसे सामने रखो। इस फिल्म को देखकर आपको अपने अंदर दबे-कुचले सपनों को पूरा करने के लिए हिम्मत जरूर मिलेगी.
5- क्वीन
(मेरा सेंस ऑफ ह्यूमर बहुत अच्छा है, आपको धीरे-धीरे पता चल जाएगा)
कंगना रनौत की क्वीन (Queen) भी युवाओं को जरूर देखनी चाहिए। यह फिल्म बताती है कि अपने अंदर मौजूद बचपन को मरने ना दें। इसके साथ ही यह फिल्म यह भी शिक्षा देती है कि जिंदगी में चैलेंज लेना भी सीखो और स्वाभिमान भी बनाए रखो।