‘रणवीर नहीं, संजय मिश्रा हैं हीरो’, ट्रेड एनालिस्ट ने की ‘सर्कस’ की नाकामी की आलोचना

रोहित शेट्टी बॉलीवुड के सबसे सफल निर्देशकों में से एक हैं। वह अपनी अलग-अलग तरह की एक्शन कॉमेडी फिल्मों के लिए जाने जाते है। कॉमेडी की इस अलग विधा में उनको महारत हासिल है। जब उनकी फिल्मों में गाड़ियां उड़ती है,दर्शक हंस-हंस के लोट-पोट हो जाते है. लेकिन रणवीर सिंह की फिल्म सर्कस से रोहित शेट्टी का ये स्पार्क गायब था।
लगातार 11 बड़ी हिट देने के बाद रोहित शेट्टी ने 14 साल में अपनी पहली फ्लॉप सर्कस दी, जिसमें रणवीर सिंह, वरूण शर्मा, पूजा हेंगड़े और जैकलीन फर्नांडीज़ मुख्य भूमिका में दिखाई दिए है। यह फिल्म बड़ी शुरुआत करने में असफल रही और बॉक्स ऑफिस के लिए एक बड़ी आपदा साबित हुई। अब,कई व्यापार विश्लेषकों ने अपनी राय शेयर की है, कि क्यों उन्हें लगता है कि रोहित शेट्टी का निर्देशन एक ब्लॉकबस्टर होने के बाद भी नाकाम रहा।
ट्रेड एनालिस्ट ने की ‘सर्कस‘ की नाकामी की आलोचना
बॉलीवुड हंगामा से बात करते हुए ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने कहा, कि फिल्म सर्कस के असफल होने के एक नहीं कई कारण थे। जिनमें सबसे पहला, किसी भी फिल्म का ट्रेलर हमेशा पहली छाप होता है। यह दर्शकों के द्वारा अच्छी तरह से प्राप्त नहीं हुआ था। साल 2018 की फिल्म सिम्बा और 2021 की फिल्म सूर्यवंशी के बाद रोहित शेट्टी और रणवीर सिंह को एक साथ लाने की बहुत बड़ी उम्मीदें थी।
दूसरा कारण, फिल्म के ट्रेलर को बहुत ही धूमधाम से रिलीज किया गया था। लेकिन बाद में प्रचार ने फिल्म के लिए चर्चाएं नहीं बढ़ाई। हालांकि लोगों ने दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) के गाने को बेहद पसंद किया, लेकिन यह हंगामा नहीं हुआ, और बाकी गाने काम नहीं आए। इस दोनों कारणों ने अग्रिम को प्रभावित किया। व्यापार और उद्योग ने यह मान लिया था, कि सर्कस स्पॉट बुकिंग और तस्वीर देख कर लोग तारीफ करेंगे। लेकिन यह पूरी तरह से लूट का खेल साबित हुआ।
संजय मिश्रा हैं हीरो ‘रणवीर नहीः ट्रेड एनालिस्ट
इसके अलावा तरण आदर्श ने यह भी कहा, कि इस बार स्क्रीन पर कुछ गलत हो गया। तो लोग हंसते और मुस्कुराते रहे लेकिन इसको ऑफ स्क्रीन देखने वाले दर्शक हंसते मुस्कुराते नहीं थे। हास्य तो सपाट हो गया। इसको कॉमेडी माना जाने लगा। मेरे अंदाजे में, यह शो संजय मिश्रा और जॉनी लीवर (Johnny Lever) का था। वे मेरे लिए हीरो हैं ना कि रणवीर सिंह ।
बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की संभावनाओं के बारे में तरण ने बात करते हुए कहा, कि आमतौर पर, सर्कस वीकेंड तक समाप्त हो जाता था, लेकिन इसका अब एकमात्र यहीं फायदा है कि इसमें 1 जनवरी तक की लंबी छुट्टियां हैं। लेकिन लोगों में काफी उत्साह है। कम से कम क्रिसमस के दिन, यह सिर्फ 8 करोड़ रुपये एकत्र करने में सफल रही। वह सभी को हैरान करने वाला है। आप शीत लहर और परीक्षा जैसे बहाने नहीं दे सकते। दृश्यम 2 जैसी फिल्म ने अपने छठे हफ्ते में रफ्तार पकड़ी है। अवतार: द वे ऑफ वॉटर अभूतपूर्व व्यवसाय कर रहा है।