आखिर क्यों मनोज वाजपेयी अनुराग कश्यप के पीछे पत्थर लेकर दौड़े थे, जानिए क्या था वो किस्सा
इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि अनुराग कश्यप देश के बेहतरीन फिल्म मेकर्स में से एक हैं। भले ही उनकी हालिया फिल्म ऑलमोस्ट प्यार विथ डीजे मोहब्बत बॉक्स ऑफिस पर विफल रही, लेकिन इस वजह से कहानीकार और निर्देशक के रूप में उनकी क्षमता पर सवाल नहीं उठाया जा सकता हैं।
उन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में दी है। हाल ही में, अनुराग कश्यप द कपिल शर्मा शो में दिखाई दिए और गुलज़ार, हंसल मेहता पर एक किस्सा साझा किया और जब मनोज बाजपेयी अनुराग के पीछे पत्थर लेकर दौड़े!
अनुराग ने कहा कि जब हंसल मेहता खाना खजाना डायरेक्ट करते थे तो गुलजार के घर खाना चखने के लिए सभी इकट्ठा होते थे और वहां कुछ ऐसा हुआ कि आपके होश उड़ जाएंगे! अनुराग ने कहा, “जब हंसल खाना खजाना डायरेक्ट कर रहे थे, तब हम सब गुलज़ार के घर खाना चखने के लिए इकट्ठा होते थे, क्योंकि हम सभी भूखे थे और संघर्ष कर रहे थे… और वहाँ मनोज ने सोचा कि मैंने उनका अपमान करने के लिए कुछ कहा है।
हुमा कुरैशी सहित दर्शकों में बैठे सभी लोग कहानी सुनकर चौंक गए
इसलिए वह मेरे पीछे भागे अपने हाथ में एक पत्थर लेकर मुझे मारने के लिए जबकि हंसल ने उसे रोकने की कोशिश की! लेकिन बाद में हम दोनों सड़क के किनारे बैठ गए, एक दूसरे से गले मिले और रोए भी।” हुमा कुरैशी सहित दर्शकों में बैठे सभी लोग कहानी सुनकर चौंक गए क्योंकि उनमें से कई लोगों को इस घटना के बारे में पता नहीं था।
आपकी जानकारी के लिए बता दिया जाए कि मनोज बाजपेयी और अनुराग कश्यप सत्या के दिनों से दोस्त हैं, लेकिन अनुराग कश्यप द्वारा मनोज से बात करना बंद करने के बाद अभिनेता-निर्देशक की जोड़ी में अनबन हो गई और यह झगड़ा 10 साल से अधिक समय तक चला। हालांकि बाद में, मनोज ने देव डी के लिए बधाई देने के लिए अनुराग कश्यप को फोन करने का फैसला किया और बाद में, अनुराग कश्यप ने मनोज को आधी रात को गैंग्स ऑफ वासेपुर की कहानी सुनाने के लिए बुलाया और इस तरह वे फिर से दोस्त बन गए!
गैंग्स ऑफ वासेपुर ने अपनी रिलीज के 10 साल पूरे कर लिए हैं और फिल्म सिनेप्रेमियों के बीच एक कल्ट बन गई है। इन्हीं 10 सालों को सेलिब्रेट करने के लिए फिल्म की पूरी कास्ट कपिल शर्मा के शो में पहुंचे थे।