EntertainmentFeature

आदित्य कश्यप से लेकर राहुल यशवर्धन रायचंद तक, बॉलीवुड के 5 ऐसे किरदार, जिन्हें हम गुप्त रूप से डेट करना चाहते थे

कभी –कभी हम बॉलीवुड सितारों के किरदारों की और बहुत ज्यादा आकर्षित हो जाते है और अक्सर फिल्म देखते वक्त हम खुद को एक काल्पनिक चरित्र के प्रति आकर्षित पाते है। हम इतना ज्यादा आकर्षित हो जाते है कि हम चुपके से अपने मन में उनके बारे में रोमांटिक विचार करने लगते है। तो फिर आइए बॉलीवुड फिल्मों के ऐसे पांच ऑनस्क्रीन किरदारों के बारे में बताते है जिन्होंने ठेठ पुरूष रूढ़िवादिता को त्यागा और अपनी महिलाओं से तहे-दिल से प्यार भी किया। साथ ही हमारे दिल को इस हद तक जीत लिया कि उन्हें हम चुपके से रोमांटिक डेट करना चाहते थे

Advertisement

1-जब वी मेटसे आदित्य कश्यप

आदित्य जो निस्वार्थ भावना से गीत से प्यार करता है और उससे बदले में किसी भी चीज की उम्मीद नहीं करता। उसकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए वह सब कुछ करता है। वास्तविक जीवन में हमें बस इतना ही चाहिए। फिल्म में उनके कई प्रसिद्ध संवादों में से हम प्यार करते है, जब वह यह कहते है कि तू मुझे बहुत अच्छी लगती है, पर वह मेरी समस्या है। तुझे टेंशन लेने की बिल्कुल जरूरत नहीं है।

2- ‘जाने तू… या जाने नाके जय सिंह राठौर

हमें विषाक्त मर्दानगी से बचाते हुए जय का किरदार एक सबसे अच्छे दोस्त और प्रेमी की सही संयोजन है,जोकि भावनात्मक रूप से इतना परिपक्व है। कि वह अपनी महिला को तहे-दिल से समरर्थन कर सकता है वह अदिति को सबसे प्यारे तरीके से प्यार करता है और हमकों सिखाता है कि कूल दिखने के लिए किसी को अपनी नकली मशीन को सिद्ध करने की जरूरत नहीं है।

Advertisement

3- ‘दिल धड़कने दोके सनी गिल

फिल्म में सनी के किरदार ने दर्शकों पर इतनी गहरी छाप छोड़ी है। खासकर तब, जब उन्होंने मानव ( राहुल बोस (Rahul Bose )के चरित्र, प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) के ऑनस्क्रीन पति) को छद्म उदारवादी होने के लिए बुलाते है और उन्हें लैंगिक समानता के बारे में एक या दो सबक सिखाए। हम सभी को उससे और भी ज्यादा प्यार हो जाता है जब उसने आयशा (प्रियंका) की उपलब्धियों और कंपनी के लिए कड़ी मेहनत को स्वीकार किया, अन्यथा जिसको उसकी फैमिली द्वारा नजरअंदाज किया जाता है।

4- ‘कभी अलविदा ना कहनासे ऋषि

किसी को इतना प्यार करने से लेकर धैर्यपूर्वक उसके वापस प्यार करने के इंतजार तक, शायद ऋषि फिल्म में सबसे सुलझा हुआ किरदार था। जिसने रिश्ते में हर इंच की कोशिश की थी। वह प्यार करता था और वफादार रहता था। एक बार भी एक अनुचित पति के रूप में ऊभर कर सामने नहीं आया। हमे अगर चुनना होता, तो निश्चित रूप से वह मांग में होता।

5- ‘कभी खुशी कभी गमसे राहुल

एक आलीशान वातावरण में पलने और बढ़े होने के बावजूद भी राहुल जमीन से जुड़े हुए और सहानुभूति रखने वाले है। वह अपने प्यार करने वालों के लिए कोई भी कदम उठाने से पीछे नहीं हटते है। इसके अलावा एक विदेशी भूमि में अपने लिए एक नया जीवन बनाने के वावजूद भी उन्होंने अपनी सच्ची भावनाओं को कभी भी जाने नहीं दिया वह एक आदर्श पुत्र, आदर्श पति और एक आदर्श पिता बनने की कोशिश करता है।

Advertisement
Advertisement

Related Articles

Back to top button