हिमाचल प्रदेश से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
हिमाचल प्रदेश राज्य देश की हिमालय की पहाड़ियों में बसा हुआ देश की अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र है। यह राज्य प्रकृति प्रेमियों और साहसिक उत्साही लोगों के लिए एक आश्रय स्थल भी है। इस राज्य के बारे में कई ऐसे रोचक तथ्य हैं जिनके बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं है।
आज के इस लेख में हम आपके लिए लेकर आए हैं हिमाचल प्रदेश से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण और अनसुने तथ्य:
हिमाचल शब्द संस्कृत के शब्द “हिम” और “आंचल” से मिलकर बना है। जिसका अर्थ क्रमशः “बर्फ” और “गोद” होता है। यह कोई संयोग नहीं है कि, यह राज्य हिमालय की गोद में स्थित है।
30 रियासतों के साथ चार जिलों, मंडी, चंबा, महासू और सिरमौर के एकीकरण ने साल 1948 में हिमाचल प्रदेश को एक केंद्र शासित प्रदेश के रूप में विकसित किया था। आखिरकार, साल 1971 में, इस केन्द्र शासित प्रदेश ने राज्य का दर्जा प्राप्त किया और भारत का 18 वां राज्य बन था।
इसकी राजधानी शिमला है। यह शहर सात पहाड़ियों के ऊपर स्थित है। इसे लोकप्रिय रूप से पहाड़ियों की रानी के रूप में भी जाना जाता है।
यहां का धर्मशाला शहर राज्य की शीतकालीन राजधानी है।
हिमाचल प्रदेश का क्षेत्रफल 55,673 वर्ग किलोमीटर है।
2011 की जनगणना के अनुसार राज्य की जनसंख्या 68,56,509 है।
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा की 68 सीटें हैं।
राज्य में 4 लोकसभा सीटें हैं।
हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा की सीटों की संख्या 3 है।
राज्य में 5 राष्ट्रीय उद्यान हैं।
हिमाचल प्रदेश में बोली जाने वाली प्रमुख भाषाएँ हिंदी और पहाड़ी हैं।
राज्य का राजकीय पशु हिम तेंदुआ है।
हिमाचल प्रदेश का राजकीय पक्षी पश्चिमी ट्रैगोपन है।
यहां का फूल प्रतीक गुलाबी रोडोडेंड्रोन है।
भारतीय देवदार या हिमालयी देवदार इस प्रदेश का राजकीय वृक्ष है।
स्थानीय आबादी का अधिकांश भाग कृषि क्षेत्र में कार्यरत है।कृषि राज्य की 65% से अधिक कामकाजी आबादी को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करती है।
कुल राज्य घरेलू उत्पाद का लगभग 22% कृषि और संबद्ध क्षेत्रों से आय प्राप्त होती है।
कालका-शिमला है यूनेस्को की धरोहर
टॉय ट्रेन के नाम से मशहूर कालका-शिमला रेलवे यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल है। कालका-शिमला रेलवे कम से कम दूरी (लगभग 95 किमी) में सबसे तेज ढलान (5800 फीट से अधिक) को पार करती है।यह ट्रेन 800 से अधिक पुलों और 100 सुरंगों को भी पार करती है।
दक्षिणी राज्य केरल के बाद हिमाचल प्रदेश देश का सबसे कम भ्रष्ट राज्य है। पर्यटक ओवरचार्ज होने की चिंता किए बिना आराम से छुट्टी का आनंद ले सकते हैं। इस राज्य की सुंदरता कई लोगों को आकर्षित करती है। लेकिन, स्थानीय लोगों की ईमानदारी और अच्छाई पर्यटकों के अनुभव को और बढ़ा देती है।
सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, यह राज्य प्रदर्शन और समग्र विकास के मामले में तीसरा सबसे अच्छा राज्य है।
हिमाचल प्रदेश में लगभग 17,000 शैक्षणिक संस्थान हैं। जिनमें, दो मेडिकल कॉलेज, तीन विश्वविद्यालय और एक इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल हैं।
हिमाचल की साक्षरता:
साक्षरता किसी भी भाषा में लोगों को पढ़ने और लिखने की क्षमता को दर्शाती है। 2011 की जनगणना के अनुसार, 83.78% की साक्षरता दर के साथ, राज्य की भारत में 11वीं उच्चतम साक्षरता दर है।
भारत के सबसे हरे-भरे राज्यों में, यहाँ का 37,033 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र है, जो कुल भूमि क्षेत्र का 66.52% है।
हिमाचल प्रदेश 33 वन्यजीव अभयारण्यों और 2 राष्ट्रीय उद्यानों का घर है।