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देश की वो पाँच बातें जो विशुद्ध रूप से भारतीय हैं

प्रत्येक देश में कुछ विशिष्ट नियम रीति-रिवाज होते हैं जो स्वयं में ख़ास होते हैं। हर राज्य-शहर में होने छोटे-छोटे अनुष्ठान आपको न केवल अपनी संस्कृति को समझने में मदद करते हैं बल्कि क्षेत्र की स्थितियों को समझने में भी सहायक होते हैं। एक कहावत है कि, आप एक भारतीय को देश से निकाल सकते हैं लेकिन एक भारतीय से देश को कभी भी नहीं निकाल सकते।

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इसलिए, आइये जानते हैं देश से जुड़ी हुई कुछ विशिष्ट बातें जो विशुद्ध रूप से भारतीय हैं।

1.) रोड क्रॉसिंग:

यदि आप एक भारतीय हैं तो आप पहले से ही जानते हैं कि हम किस बारे में बात कर रहे हैं। दरअसल, लगभग हर भारतीय सड़क क्रॉस करते समय हाथ उठाकर आने-जाने वाले वाहनों को रोकने का प्रयास करते हैं। चाहे इससे कोई दुर्घटना ही क्यों न हो जाए।

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हालांकि, यह निश्चित है कि इस तरह से रोड क्रॉस करने में समय की बचत होती है। लेकिन, कई बार यह हादसों की वजह भी बन जाते हैं। लेकिन हम भारतीय हैं कि मानते नही। हम हमेशा ही रोड क्रॉस करने के लिए किसी भी स्थान का चुनाव कर लेते हैं। जबकि अधिकांश देशों में ज़ेब्रा क्रॉसिंग का उपयोग किया जाता है।

2.) गली क्रिकेट:

यदि आप गली क्रिकेट को उस प्रकार का क्रिकेट समझ रहे हैं जिसमें सारे नियम क्रिकेट के वास्तविक नियमों के अनुसार चलते हैं तो आप बिल्कुल गलत हैं। क्योंक, भारत के अधिकांश हिस्सों में होने वाले गली क्रिकेट के अपने अलग नियम होते हैं।

जैसे कि, दीवार पर लगने पर बाउंड्री और वन टिप वन हैंड पर आउट समेत अनेक नियमों का उपयोग किया जाता है। यहाँ तक कि, कई बार तो छक्का जड़ने या फिर गेंद को जोर से हिटने करने का प्रयास करने पर भी आउट का नियम बनाया दिया जाता है।

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3.) भाषाओं और बोलियों की अधिकता:

भारत एकता में अनेकता की भावना वाला देश है। यहाँ कई राज्यों में अलग-अलग भाषाएँ बोली जाती हैं। इसके अलावा, लगभग हर 200-300 किमी में बोली जाने वाली बोलियों में परिवर्तन हो जाता है। हर भारतीय अपनी भाषा में एक अन्य भाषा के शब्दों का उपयोग अवश्य करता हुआ दिखाई देता है।

जैसे कि, यदि कोई हिंदी बोल रहा है तो वह वार्तालाप में हिंदी के अतिरिक्त उर्दू या अंग्रेजी के शब्दों के साथ ही बातचीत करता हुआ दिखाई देगा। इसी प्रकार अन्य भाषाओं और बोलियों की स्थितियां भी दिखाई देती हैं।

4.) रिश्तों के नाम:

भारत में प्रत्येक रिश्ते का अलग नाम है। भारतीयों के लिए रिश्तों का बंधन आसान नही है। यहाँ न सिर्फ़ रिश्तेदारों के नाम होते हैं बल्कि रिश्तेदारों के भी रिश्तेदारों को भी एक विशेष नाम से पुकारा जाता है।

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जैसे कि पिता के छोटे भाई को चाचा और उनकी पत्नी को चाची कहा जाता है। इसी प्रकार पिता के बड़े भाई को बड़े पिताजी और उनकी पत्नी को बड़ी माँ कहा जाता है। इसी प्रकार माँ की बहन को मौसी और पिता की बहन को बुआ कहा जाता है।

5.) त्यौहार:

भारत को गांवों का देश तो कहा ही जाता है। साथ ही इसे त्यौहारों का देश भी कहा जाना चाहिए। क्योंकि, यहाँ महीनों से अधिक त्यौहार और समारोह मनाए जाते हैं। यदि यह कहा जाए कि यहाँ हर रोज़ त्यौहार मनाए जाते हैं तो भी गलत नही होगा।

भारत में कुछ ऐसे भी त्यौहार जो पूरे एक महीने चलते हैं। जैसे कि सावन के पूरा महीना हिन्दुओं के लिए पवित्र माना जाता है। इसी प्रकार मुस्लिमों के लिए रमजान का पूरा महीना पवित्र होता है। इन दोनों महीनों को (सावन और रमजान को) क्रमशः हिन्दू और मुस्लिम बेहद हर्ष और उल्लास से मनाते हैं। ईस दौरान दोनों धर्म के लोगों द्वारा व्रत भी रखा जाता है।

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