शाहरुख खान नहीं थे ‘राज’ के किरदार के लिए मेकर्स की पहली पसंद, जानिए डीडीएलजे के 9 अनजाने तथ्य

फिल्म ‘दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे‘ 90 के दशक की कल्ट क्लासिक्स में से एक है। इस फिल्म में राज और सिमरन की लव स्टोरी ने ऐसा बार सेट कर दिया, कि 28 साल बाद भी लोग इनकी जोड़ी भुला नहीं पाए है। इसके कारण ही यह सबसे ज्यादा चलने वाली फिल्म बन चुकी है। हाल ही में नेटफ्लिक्स पर ‘द रोमांटिक’ नामक डॉक्यूमेंट्री शो रिलीज हुआ है। इसमें बॉलीवुड के सुपरस्टार्सों ने कुछ अपने सीक्रेटस साक्षा किए है। उन्हीं में से एक यह है। कि डीडीएलजे के लिए आदित्य फिल्म की स्क्रिप्ट लेकर शाहरुख खान के पास गए और उन्हें स्क्रिप्ट सुनाई। स्क्रिप्ट सुनते ही शाहरुख हैरान हो गए, क्योंकि वे लव स्टोरी उम्मीद नहीं कर रहे थे। तो आइए हम आपको इस फ़िल्म से जुड़े कुछ और फैक्ट्स के बारे में बताते हैं।
1- शाहरुख ‘राज’ का किरदार निभाने के लिए पहली पसंद नहीं थे
फिल्म डीडीएलजे बनने के दौरान शाहरुख खान ‘राज’ के किरदार के लिए पहली पसंद नहीं थे। फिल्म के निर्देशक आदित्य चोपड़ा टॉम क्रूज़ को इस भूमिका लेना चाहते थे और फिल्म का नाम ‘The Braveheart Will Take the Bride‘ रखना चाहते थे, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया। उसके बाद यह किरदार सैफ अली खान को दिया गया, लेकिन उन्होंने इस क़िरदार को निभाने से मना कर दिया। उसके बाद यह किरदार शाहरुख के पास लेकर गए।
2- ‘मेहंदी लगा के रखना’ गाना फिल्म ‘डीडीएलजे’ के लिए नहीं था
‘मेहंदी लगा के रखना’ उन गानों में से एक है, जो आज भी शादियों में बजता रहता है। लेकिन यह गाना ‘दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे’ के लिए नहीं बल्कि यश राज फिल्म्स के दूसरे प्रोजेक्ट के लिए था।
3- ‘रुक जा ओ दिल दीवाने’ में आखिर का वो ड्रॉप रियल था
राज और सिमरन की दुश्मन से लेकर लवर्स बनने की स्टोरीलाइन बेहद ही ज़बरदस्त थी। ‘रुक जा ओ दिल दीवाने में‘ गानें में सिमरन हैरान हो गईं थी, जब राज ने उन्हें ड्रॉप किया और चौंकाने वाली बात यह थी, कि काजोल को यह पता ही नहीं था कि ऐसा होने वाला है। तो उनके चेहरे का ये एक्सप्रेशन रियल था।
4- कबूतरों को दाना डालने वाला सीन ‘इंस्टेंट’ था
इस फिल्म के सीन में शाहरुख और अमरीश पुरी कबूतरों को दाना डाल रहे थे। जिसमें वे दोनों कबूतर को ‘आओ आओ’ कहते हैं। आपको बता दें, कि फिल्म में यह सीन तुरंत क्रिएट किया गया था। इसके साथ ही शाहरुख़ खान ने कई साक्षात्कारों में कहा है कि “ इस फिल्म में कई सीन ऐसे है जो अचानक बनाए हुए है।”
5- फिल्म का बीटीएस दूरदर्शन पर हुआ था टेलीकास्ट
90 के दशक में Behind the scenes जैसी कोई चीज़ नहीं होती थी, लेकिन डीडीएलजे बनने के बाद आदित्य चोपड़ा (Aditya Chopra) और करण जौहर ने फिल्म की 30 मिनट का बीटीएस बनाकर उसको दूरदर्शन पर टेलीकास्ट कराया था।
राज और सिमरन की कार राइड में और कोई भी शामिल था
राज और सिमरन की Zurich की कार राइड तो सब को याद ही होगी? लेकिन उस कार में फिल्म के निर्देशक आदित्य चोपड़ा पीछे की सीट पर सीन देखने लिए लेटे हुए थे।
कपूर फैमिली से प्रेरित था ‘राज’ का नाम
इस फिल्म में शाहरुख खान का नाम राज कपूर से प्रेरित था। इस फिल्म में राज का पूरा नाम ‘राजनाथ’ था, जो ऋषि कपूर की फिल्म ‘बॉबी 1973’ से लिया गया था।
किरण खेर ने फिल्म का टाइटल किया था तय
किरण खेर के पति अनुपम खेर ने इस फिल्म में राज के पिता की भूमिका अदा की थी। आपको बता दें कि किरण ने इस फिल्म का टाइटल ‘दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे’तय किया था।
400$ की थी राज की पॉपुलर जैकेट
राज की यह लेदर की जैकेट फिल्म में बहुत पॉपुलर हुई थी। इसके साथ 90 के दशक स्टाइल स्टेटमेंट बन चुका था।आपको बता दें, कि यह जैकेट कैलिफ़ोर्निया के ‘हार्ले डेविडसन’ शो रूम से लाए थे।