8 अंडररेटेड और ऑफ बीट हिंदी फिल्में, जिन्हें आपको देखना चाहिए

बॉलीवुड फिल्म उद्योग की अक्स प्रतियां बनाने और किसी नई अवधारणा के साथ नहीं आने के लिए आलोचना होती है। पुरानी कहानियों पर बनी फिल्मों ने आने वाली बॉलीवुड फिल्मों के बहिष्कार की संस्कृति को बढ़ावा दिया है। लेकिन जब कोई कुछ अनोखा और मौलिक लेकर आने का प्रयास करता है। तो वह बॉक्स ऑफिस पर विफल होता है। कई ऐसे फिल्म निर्माता है, जिन्होंने अपने आराम क्षेत्र से बाहर निकलकर मूल अवधारणाओं को वितरित किया है। लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसी फिल्में अंडररेटेज फिल्मों की श्रेणी में आती है जोकि अधिक मान्यता के लायक है। तो आइए आपको कुछ ऐसी ही अंडररेटेड फिल्मों के बारे में बताते है जो मनोरंजन उद्योग में बहुत अधिक योग्य हैं
1- हामिद (2018)
हामिद उन अंडररेटेड फिल्मों में से एक मानी जाती है, जिसमें यह दिखाया गया है कि कैसे संघर्षों से भरे राज्य में करुणा का अपना एक स्थान है। इस फिल्म में विकास कुमार, रसिका दुगल (Rasika Dugal) और तल्हा अरशद रेशी मुख्य भूमिका में दिखाई दिए हैं। यह फिल्म कश्मीरियों के जीवन को प्रदर्शित करती है। इसमें बाल कलाकार ने काफी सुर्खियां बटोरी और सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीता। इस अंडररेटेड फिल्म ने उर्दू में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार भी हासिल किया था। इस फिल्म को आईएमडीबी पर 7.7 रेटिंग मिली है। इसे आप नेटफ्लिक्स देख सकते है।
2- तुम्बाड (2018)
तुम्बाड (Tumbbad) एक ऐसी फिल्म है, जो पौराणिक डरावनी शैली की सबसे कम आंकी जाने वाली फिल्मों में से एक है। अगर आप इस फिल्म को देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि हिंदी फिल्म उद्योग सदियों के बाद कुछ ऐसा लेकर आया है जो बेहद ही दिलचस्प और रीढ़ को हिला देने वाला है। इस फिल्म को आईएमडीबी 8.2 रेटिंग दी गई है। आप इसको प्राइम वीडियो पर देख सकते है।
3- मर्द को दर्द नहीं होता (2018)
वसन बाला के निर्देशन में बनी फिल्म मर्द को दर्द नहीं होता एक एक्शन कॉमेडी फिल्म है। कॉमिक बुक के प्रशंसक जिनको कॉमेडी पसंद है। वह इस फिल्म को जरूर पसंद करेंगे। यह एक प्रकार की एक्शन कॉमेडी है जिसमें उड़ने वाली कारों की जरूरत नहीं है। फिल्म की कहानी नायक के इर्द-गिर्द ही घूमती है। जिसको दर्द का एहसास नहीं होता है। इस फिल्म को आईएमडीबी 7.3 रेटिंग मिली है। इसको आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते है।
4- फोटोग्राफ (2019)
यदि आपने फिल्म द लंच बॉक्स देखी है तो आपको जानकर आश्चर्य होगा कि रितेश बन्ना की यह अगली फिल्म है। जिसमें नवाजुद्दीन और सान्या मल्होत्रा (Sanya Malhotra) ने मुख्य भूमिका निभाई है। इस फिल्म की कहानी बॉक्स ऑफिस पर मिली की अपेक्षा कहीं अधिक ध्यान देने के योग्य है। इसमें कोई भी शक नहीं है। कि यह एक अंडररेटेड फिल्मों की सूची में शामिल है। इस फिल्म ने आईएमडीबी पर 6.8 रेटिंग प्राप्त की है। यह फिल्म आप नेटफ्लिक्स और प्राइम वीडियो देख सकते है।
5- सोनी (2018)
नेटफ्लिक्स पर इस अंडररेटेड फिल्म सोनी ने सूक्ष्म लिंग राजनीति की खोज की। इसके साथ ही 2018 एमएएमआई फिल्म फेस्टिवल में ‘लिंग समानता’ श्रेणी के लिए ऑक्सफैम अवॉर्ड भी जीता। इस फिल्म ने हमारे पितृसत्तात्मक समाज के कारण पुरुषों के प्रभुत्व वाले क्षेत्रों में महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव को प्रदर्शित किया था। एक फिल्म का यह नगीना निश्चित रूप से एक भव्य शुरुआत का हकदार था। इसको आईएमडीबी पर 7.1 रेटिंग दी गई है और आप इसको नेटफ्लिक्स देखें।
6- जजमेंटल है क्या (2019)
यह फिल्म एक साइकोलॉजिकल थ्रिलर है जिस पर हर किसी की नजर होनी चाहिए। आपको राजकुमार राव के बेहतरीन प्रदर्शन के लिए इस फिल्म को देखना चाहिए। इस फिल्म की फिल्मोग्राफी शीर्ष पायदान पर है। इस फिल्म को आईएमडीबी पर 6.0 रेटिंग मिली है। आप इसको नेटफ्लिक्स देख सकते है।
7- मूथॉन (2019)
आईएमडीबी पर 7.4 रेटिंग के साथ यह एक्शन थ्रिलर बॉलीवुड की सबसे कम आंकी जाने वाली फिल्मों में से एक है। गीतू मोहनदास की यह कृति भावपूर्ण संगीत के साथ यह एक सुंदर प्रेम कहानी है। इसने समाज के सबसे निचले हिस्सों में उलझे होने पर भी संबंध बनाने की मानवीय प्रवृत्ति को चित्रित किया। इस फिल्म को Zee5 पर देख सकते है।
8- मुक्काबाज (2017)
इस अंडररेटेड फिल्म का प्रीमियर 2017 टीआईएफएफ में हुआ था। यह फिल्म भारत के जातिगत भेदभाव के बारे में है। इस स्पोर्ट्स ड्रामा को भारत में 2018 में रिलीज़ किया गया था। इस प्रेम कहानी में ज़ोया हुसैन के ज़बरदस्त डेब्यू परफॉर्मेंस को देखें। इस फिल्म को आईएमडीबी के अनुसार 8.0 रेटिंग मिली है। इसे आप Zee5 पर देखे।