EntertainmentFeature

संजू बाबा यानि संजय दत्त की फिल्म ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ जितनी मजेदार है उतनी ही दिलचस्प है उससे जुड़ी 10 बातें

2003 में रिलीज हुई फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस में संजय दत्त की गांधीगिरी सभी को खूब पसंद आई थी। जोकि फिल्म में पहली बार संजय दत्त ने की थी। विधु विनोद चोपड़ा इस फिल्म के प्रोड्यूसर थे और इसी से राजकुमार हिरानी ने अपने डायरेक्टर करियर की शुरूआत की थी। फिल्म में गांधीगिरी के अलावा भी कई ऐसे एलिमेट थे, जिसने फिल्म को सुपरहिट बना दिया। जिसमें सर्किट, जादू की झप्पी, डॉक्टर कई और भी कैरेक्टर थे। यह फिल्म सभी ने एक बार नहीं बल्कि कई कई बार देखी होगी, लेकिन फिर भी इससे जुड़े कुछ ऐसे तथ्य है जिनकी शायद ही आप लोगों को जानकारी हो।

Advertisement

1- संजय दत्त को फिल्म में कैसे किया गया कास्ट ?

सबसे पहले फिल्म में मुख्य भूमिका के लिए शाहरूख खान को अप्रोच किया गया था। लेकिन उनके गले में चोट लगने के कारण उन्होंने मना कर दिया। फिर इस भूमिका के लिए विवेक ओबेरॉय ने भी मना कर दिया। फिर जिम्मी शेरगिल को इसके लिए कास्ट किया गया। लेकिन बाद में निर्माताओं ने संजय दत्त को मुख्य भूमिका निभाने के लिए फाइनल किया और फिर इस फिल्म में जिमी शेरगिल ने पेशेंट जहीर की भूमिका अदा की थी।

2- राजकुमार हिरानी को डॉक्टरों से डर था

डायरेक्टर राजकुमार हिरानी को इस बात का डर सता रहा था, कि फिल्म को देखने के बाद डॉक्टर्स उनके साथ कैसा व्यवहार करेंगे। क्योंकि उन्होंने इंडियन डॉक्टर्स पर इतनी जो कर दी थी।

Advertisement

3- फिल्म में नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी भी थे

अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी उस वक्त अपने करियर को लेकर काफी संघर्ष कर रहे थे, और उन्होंने इस फिल्म में एक जेबकतरे की छोटी सी भूमिका निभाई थी। जोकि स्टेशन पर सुनील दत्त का पर्स लूटता है।

4- राजकुमार हिरानी ने किया था Real Dissection Room का इस्तेमाल

राजकुमार हिरानी (Rajkumar Hirani )की यह पहली फिल्म थी इसीलिए वह सब कुछ एकदम परफेक्ट चाहते थे। इसके लिए ही उन्होंने रियल Dissection Room और सबकी भावनाओं का ध्यान में रखते हुए रियल डेड बॉडी के साथ सीन शूट किया गया था।

5- 10 साल बाद सुनील दत्त ने फिल्मों में की थी वापसी

अपने जमाने के सुपरस्टार सुनील दत्त (Sunil Dutt) ने फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस  में संजय दत्त के पिता की भूमिका से 10 सालों के बाद फिल्मों में वापसी की थी और सुनील दत्त की यह आखिरी फिल्म थी।

Advertisement

6- ग्रेसी सिंह चिंकी के किरदार के लिए पहली पसंद नहीं थीं

बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी ने चिंकी की भूमिका के लिए कॉन्ट्रेक्ट साइन कर लिया था, लेकिन वह डेट प्रॉब्लम्स की वजह से नहीं कर पाई। उसके बाद तब्बू को इस भूमिका के लिए अप्रोच किया गया था। लेकिन तब्बू के बाद ग्रेसी सिंह (Gracy Singh )ने इस भूमिका को निभाया।

7- वेडिंग सीन रियल वेडिंग सेट पर हुआ था शूट

फिल्म को एकदम परफेक्ट बनाने की चाह में राजकुमार हिरानी ने फिल्म के क्लाइमेक्स सीन के लिए रियल वेडिंग सेट चाहते थे।लेकिन विधु विनोद चोपड़ा इस बात के पक्ष में नहीं थे। इसलिए सब लोग असली शादी में गए और दूल्हा-दुल्हन को पहले बधाई दी और फिर उनके वहां से जाने का इंतजार किया। जब स्टेज से दूल्हा-दुल्हन चले गए तब संजय दत्त, ग्रेसी सिंह , अरशद वारसी, बोमन ईरानी के अलावा बाकी सभी लोगों ने शूट किया।

8- किराए के वेडिंग कॉस्ट्यूम को लेकर हुआ था विवाद

बजट की समस्या के कारण राजकुमार हिरानी चाहते थे कि महंगे वेडिंग कपड़े खरीदने के जगह उन्हें रेंट पर लेकर पहना जाए। इस बात से ग्रेसी सिंह गुस्सा हो गई थी और उन्होंने यह बात संजय दत्त से कही। जिससे संजू बाबा गुस्सा हो गए और कि वह और ग्रेसी अपने कपड़े खरीद लेंगे।

Advertisement

9- संजय दत्त और सुनील दत्त के जादू की झप्पी वाला सीन बहुत यादगार था

फिल्म में संजय दत्त और सुनील दत्त के बीच जादू की झप्पी वाला सीन दोनों के करियर का सबसे यादगार दृश्य था और उसे शूट करते समय दोनों एक-दूसरे के गले लगकर रोने लगे थे और उन्होंने इस बात का ध्यान ही दिया कि डायरेक्टर राजकुमार हिरानी ने कट बोल दिया है।

10- सर्किट की भूमिका में पहली चॉइस नहीं थे अरशद

फिल्म में सर्किट की भूमिका निभाने के लिए पहले मकरंद देशपांडे को कहा गया था। लेकिन बाद में यह भूमिका अरशद वारसी को दे दी गई। इसके लिए अरशद ने सर्वश्रेष्ठ कॉमेडियन कैटेगरी में फिल्मफेयर और जी सिने अवॉर्ड भी जीता था।

Advertisement
Advertisement

Related Articles

Back to top button